- यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) ने शुरू की प्रक्रिया, 9 अगस्त तक आवेदन कर सकेंगी कंपनियां
- 6 सितंबर को ई-आॅक्शन के माध्यम से क्वॉलिफाइड बिडर्स लगा सकेंगे बोली, ग्रेटर नोएडा के सेक्टर 22ई में 1000 स्क्वेयर मीटर के 45 भूखंड के आवंटन का मार्ग होगा प्रशस्त
- 2.5 करोड़ रुपए रखा गया है प्रत्येक प्लॉट का रिजर्व्ड प्राइस, 25 लाख रुपए रखा गया है रजिस्ट्रेशन अमाउंट
- 25 हजार स्क्वेयर प्रति मीटर रखा गया है रेट आॅफ अलॉटमेंट, यमुना एक्सप्रेसवे से 45 व 24 मीटर चौड़ी रोड्स बनेंगी इन प्लॉट्स की कनेक्टिविटी का माध्यम
अथाह ब्यूरो
ग्रेटर नोएडा/लखनऊ। उत्तर प्रदेश की प्रगति को प्रशस्त करने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार ग्रेटर नोएडा में विकास के नए आयाम गढ़ रही है। एक ओर, जेवर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण प्रक्रिया में तेजी लाई गई है, दूसरी ओर ग्रेटर नोएडा में इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप, दादरी में मल्टी मोडल लॉजिस्टिक्स हब व बोड़ाकी में मल्टीमोडल ट्रांसपोर्ट हब की विकास प्रक्रिया को गति गई है। सीएम योगी का विजन ग्रेटर नोएडा को वर्ल्ड क्लास सिविक एमिनिटीज से लैस करने का है और अब इसी क्रम में सीएम योगी की मंशा अनुरूप बड़े स्तर पर कमर्शियल प्लॉट्स के आवंटन के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) द्वारा इस क्रम में नई योजना लायी गई है जिसके जरिए 1000 वर्ग मीटर क्षेत्रफल वाले 45 कमर्शियल प्लॉट्स के आवंटन का मार्ग प्रशस्त होगा। इन प्लॉट्स को ई-आॅक्शन प्रक्रिया के जरिए आवंटित किया जाएगा जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू हो गई है। पंजीकृत पार्टनरशिप फर्म, पंजीकृत ट्रस्ट, पंजीकृत सोसाइटी, प्राइवेट लिमिटेड कंपनी, पब्लिक लिमिटेड कंपनी, पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग व सरकारी तथा अर्थ सरकारी विभाग इस आवंटन प्रक्रिया का हिस्सा बन सकेंगे।
9 अगस्त तक हो सकेगा रजिस्ट्रेशन, 1000 स्क्वेयर मीटर के प्लॉट्स का होगा आवंटन
यीडा द्वारा कॉपोर्रेट आॅफिस प्लॉट्स के आवंटन के लिए जो नई स्कीम आई है उसके अंतर्गत गुरुवार शाम 5 बजे से आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है। 9 अगस्त को आवेदन की अंतिम तिथि निर्धारित की गई है जिसके बाद 30 अगस्त को क्वालिफाइड व डिस्क्वॉलिफाइड बिडर्स की लिस्ट जारी की जाएगी। 6 सितंबर को ई-आॅक्शन के माध्यम से क्वॉलिफाइड बिडर्स प्लॉट की बोली लगा सकेंगे। उल्लेखनीय है कि ग्रेटर नोएडा के सेक्टर 22ई में 1000 स्क्वेयर मीटर के 45 भूखंडों के आवंटन के लिए जो स्कीम यीडा लायी है उसके अंतर्गत 2.5 करोड़ रुपए प्रत्येक प्लॉट का रिडर्व्ड प्राइस रखा गया है। जबकि, 25 हजार स्क्वेयर प्रति मीटर रेट आॅफ अलॉटमेंट रखा गया है और रजिस्ट्रेशन अमाउंट 25 लाख रुपए निर्धारित किया गया है। यमुना एक्सप्रेसवे से 45 व 24 मीटर चौड़ी रोड्स इन प्लॉट्स की कनेक्टिविटी का माध्यम बनेंगी।
90 वर्षों के लीज पर उपलब्ध होगा प्लॉट
नई स्कीम के जरिए ग्रेटर नोएडा के सेक्टर 22ई में प्लॉट संख्या ओ-21 से लेकर ओ-69 तक प्लॉट्स को 90 वर्षों की लीज पर दिया जाएगा। नई स्कीम के अंतर्गत चयनित होने वाले बिडर्स यीडा की आधिकारिक वेबसाइट के जरिए ई-आॅक्शन प्रक्रिया में हिस्सा ले सकेंगे। यीडा द्वारा ई-आॅक्शन की इस प्रक्रिया में बैंकिंग पार्टनर के तौर पर आईसीआईसीआई बैंक अपनी सेवाएं दे रही है। उल्लेखनीय है कि इन प्लॉट्स के आवंटन के जरिए सेक्टर 22ई के कमर्शियल हब को विकसित करने में मदद मिलेगी और इससे यहां रहने वाले लोगों को विभिन्न प्रकार की नागरिक सुविधाओं का लाभ मिलेगा। प्लॉट आवंटन प्रक्रिया के जरिए यहां कॉपोर्रेट आॅफिस, कॉन्फ्रेंस रूम, सेमिनार हॉल, मल्टिलेवल पार्किंग जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर्स का विकास होगा। यहां आॅडिटोरियम, इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर, कल्चरल व इनफॉर्मेशन सेंटर, स्टेशनरी स्टोर, बुक स्टोर, फामेर्सी, कियोस्क, हेल्थ क्लब, जिम, बैंक शाखाएं, जनरल स्टोर, क्रेच, इंडोर गेम हॉल्स, डिस्पेंसरी, म्यूजियम, प्लैनेटेरियम, रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर्स, रेडियो व टेलिविजन स्टेशन, कैंटीन, स्टाफ हाउसिंग, गेस्ट हाउस व होस्टल जैसी सुविधाओं का विकास होगा।
आवासीय भूखंडों की योजना को भी मिल रही सकारात्मक प्रतिक्रिया
यीडा ने हाल ही में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और फिल्म सिटी के आसपास सेक्टर 16, 18, 20 और 22डी में भी आवासीय प्लाट स्कीम लॉन्च? की जिसे बेहद सकारात्म प्रतिक्रिया प्राप्त हो रही है। इस स्कीम में कुल 361 प्लॉट है, जिसमें किसानों के लिए 63, कार्यात्मक उद्योग के लिए 18 और सामान्य श्रेणी के लिए 280 प्लाट हैं। इन स्कीम में 120 वर्ग मीटर के 84 प्लॉट, 162 वर्ग मीटर के 77 प्लॉट, 200 वर्ग मीटर के 3 प्लॉट, 300 वर्ग मीटर के 131 प्लॉट, 500 वर्ग मीटर के 40 प्लॉट, 1000 वर्ग मीटर के 18 प्लॉट और 4000 वर्ग मीटर के 8 प्लॉट हैं। इस आवासीय स्कीम के अंतर्गत 5 अगस्त तक आवेदन किया जा सकेगा तथा ड्रॉ के माध्यम से 20 सितंबर तक प्लॉटों के आवंटन की प्रक्रिया पूरी होगी।