हाथरस के सिकंदराराऊ में सत्संग के दौरान भगदड़
मरने वालों में अधिकतर महिलाएं- बच्चे
सीएम योगी ने किया मुआवजे का एलान
तीन मंत्रियों के साथ ही मुख्य सचिव- डीजीपी हाथरस के लिए रवाना
मुख्यमंत्री ने 24 घंटे में मांगी रिपोर्ट, पीएम ने भी जताया दुख, मुआवजे का ऐलान
गाजियाबाद से एनडीआरएफ हाथरस के लिए रवाना
अथाह संवाददाता
हाथरस। यूपी के हाथरस जिले में मंगलवार को भोले बाबा के सत्संग में अचानक से भगदड़ मच गई। जिससे वहां 120 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। मृतकों में महिलाओं एवं बच्चों की संख्या अधिक है। मुख्मंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दुखद घटना पर दुख व्यक्त करते हुए तीन मंत्रियों समेत मुख्य सचिव एवं डीजीपी को घटनास्थल के लिए रवाना किया है। इसके साथ ही उन्होंने मृतकों एवं घायलों को मुआवजे की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कहा दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा। उन्होंने 24 घंटे में पूरी रिपोर्ट तलब की है। इतनी बड़ी संख्या में शवों को देखकर पुलिस कांस्टेबल रवि यादव की भी ह्रदय गति रूकने से मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार सिकंदराराऊ से एटा रोड पर स्थित गांव फुलरई में सत्संग खत्म होने के बाद भीड़ निकल रही भीड़ को एक हिस्से से बाबा का काफिला निकालने के लिए रोका तभी भगदड़ मच गई। बताया जाता है की बाबा के पैरों की धूल ले रहे थे। इसमें 120 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, कई हालत अभी भी गंभीर बताई जा रही है। ऐसे में यह संख्या अभी और बढ़ सकती है। अलीगढ़ की मंडलायुक्त चैत्रा वी ने 107 मौतों की पुष्टि की है। जबकि आईजी अलीगढ़ ने 116 लोगों के मरने की पुष्टि की है।
जानकारी के अनुसार 100 से अधिक शव हाथरस पोस्टमोर्टम पर भेजे गए हैं। मृतकों में 25 से अधिक लोग एटा के बताए जा रहे हैं। हादसे के बाद फिरोजाबाद से स्वास्थ्य विभाग द्वारा दो डाक्टरों की टीम, पांच एंबुलेंस और एक शव वाहन को मौके पर भेजा गया है।
हाथरस की दुर्घटना पर मुख्यमंत्री ने जताया दु:ख, होगी गहन जांच
मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख तथा घायलों को 50-50 हजार की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री स्वयं पल-पल के घटनाक्रम पर सीधी नजर रख रहे हैं, दो मंत्री-मुख्य सचिव और डीजीपी को मुख्यमंत्री ने मौके पर भेजा गया है। एडीजी, आगरा और कमिश्नर, अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश दिए हैं।
हादसे के बाद पोस्टमार्टम हाउस के बाहर बड़ी भीड़ जमा हो गई, एक तरफ शव लाए जा रहे थे तो दूसरी तरफ स्वजन पहुंच रहे थे। शवों के पास बैठे स्वजनों का विलाप सुन हर किसी का दिल पसीज रहा था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद हाथरस में हुए हादसे का संज्ञान लिया। उन्होंने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री योगी ने मंत्री लक्ष्मी नारायण, मंत्री संदीप सिंह, असीम अरुण, मुख्य सचिव एवं डीजीपी को मौके पर भेजा है।
हाथरस डीएम आशीष कुमार ने कहा
जिला प्रशासन मामले की जांच कर रहा है। घायलों को अस्पताल ले जाया जा रहा है और लोगों का इलाज जारी है। डॉक्टरों ने मुझे करीब 50-60 लोगों की मौत का आंकड़ा बताया है, कार्यक्रम के आयोजन की अनुमति एसडीएम ने दी थी और यह एक निजी कार्यक्रम था, मामले की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति बनाई गई है। प्रशासन का प्राथमिक ध्यान घायलों और मृतकों के परिजनों को हर संभव मदद मुहैया कराना है। जबकि दूसरी तरफ मंडलायुक्त चैत्रा वी ने 107 लोगों के मरने की पुष्टि की है। अलीगढ़ आईजी ने 116 लोगों के मरने की पुष्टि एक टीवी से चैनल से बात करते हुए की है।
गाजियाबाद से एनडीआरएफ की टीम रवाना
हाथरस में हुई भगदड़ के दौरान एक सौ से अधिक मौतों के बाद केंद्र सरकार के निर्देश पर गाजियाबाद से एनडीआरएफ की टीम हाथरस के लिए रवाना की गई है। टीम के देर रात तक मौके पर पहुंचने की उम्मीद है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जताया दुख
हाथरस की घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में अपने भाषण के दौरान दुख जताया। उन्होंने मृतक आश्रितों को दो- दो लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इस मामले में हर तरह से उत्तर प्रदेश सरकार के साथ है।