- यात्रियों को मिलेगी नमो भारत और मेट्रो ट्रेन की सेवाएं
- जिसमें 4 प्रवेश-निकास द्वार बनाये आरआरटीएस ने
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद/ मेरठ। मेरठ के बड़े व्यापारिक केंद्र कहे जाने वाले बेगमपुल में मेरठ का सबसे बड़ा अंडरग्राउंड आरआरटीएस स्टेशन बनाया जा रहा है। साथ ही इस स्टेशन मे मेरठ के अन्य स्टेशनों से सबसे ज्यादा प्रवेश/ निकास द्वार बनाए गए हैं ताकि यात्री स्टेशन के चारों ओर से आसानी से स्टेशन में आ जा सकें। इस स्टेशन से यात्रियों को नमो भारत और मेरठ मेट्रो दोनों प्रकार की ट्रेन सेवाएं उपलब्ध होंगी।
बेगमपुल में रोजाना बड़ी संख्या में लोग अपनी जरूरत का सामान खरीदने के लिए आते हैं। ये स्टेशन बाजार के बीचों-बीच स्थित है और ट्रेन का संचालन शुरू होने से लोगों के लिए काफी सुविधाजनक हो जाएगा। बेगमपुल मेरठ में नमो भारत ट्रेन का एकमात्र अंडरग्राउंड स्टेशन होगा, जिसमें 4 प्रवेश-निकास द्वार हैं। पहले प्रवेश/ निकास द्वार का निर्माण आबू लेन की तरफ से आने-जाने वालों को ध्यान में रखकर किया गया है। दूसरा प्रवेश/ निकास द्वार सोतीगंज की तरफ से पहुंचने वाले लोगों के लिए बनाया जाएगा। तीसरा गेट नैशनल इंटर कॉलेज की ओर बन रहा है जबकि आखिरी व चौथा प्रवेश/निकास द्वार मेरठ कैंट के क्षेत्र की ओर बनाया जा रहा है।
यात्री स्टेशन के चारों ओर बनाए जा रहे चार प्रवेश/ निकास द्वारों से स्टेशन आ जा सकेंगे। वे ना सिर्फ मेट्रो से मेरठ शहर के अंदर बल्कि आगे नमो भारत ट्रेन से गाजियाबाद या दिल्ली तक की यात्रा भी इस स्टेशन से कर सकेंगे। बेगमपुल स्टेशन की लंबाई लगभग 246 मीटर और चौड़ाई करीब 24.5 मीटर है। स्टेशन की गहराई करीब 22 मीटर है। इतनी गहराई के बावजूद यात्रियों की सुविधा का ध्यान रखा गया है और प्रत्येक प्रवेश-निकास द्वार पर एक लेवल से दूसरे लेवल पर आने-जाने को अलग-अलग जगहों पर कुल 20 एस्केलेटर्स का प्रावधान है, जिनमें से 13 लगाए जा चुके हैं।
स्टेशन पर सीढ़ियों के साथ-साथ पांच लिफ्ट का निर्माण भी किया जाएगा, जिनका कार्य प्रगति पर है। एनसीआरटीसी ने मेडिकल संबंधी सहायता के लिए भी स्टेशनों को तैयार किया है। प्रत्येक स्टेशन पर ऐसी लिफ्ट बनाई गई हैं, जिनका आकार बड़ा है ताकि मेडिकल सबंधी सहायता के लिए जरूरत पड़ने पर इसमें स्ट्रेचर आदि भी ले जाया जा सके। इतना ही नहीं, ट्रेन में भी स्ट्रेचर ले जाने की सुविधा है।
बेगमपुल स्टेशन में चार लेवल हैं। ग्राउंड के अलावा, मेजनाइन, कॉनकोर्स और प्लैटफार्म लेवल। कॉनकोर्स लेवेल पर यात्री संबंधी सुविधाएं होंगी जहां यात्री सुरक्षा जांच के बाद एएफसी गेट से अंदर जा सकेंगे। प्लैटफार्म लेवेल आइलेंड टाइप का होगा जहां दोनों दिशा में जाने के लिए ट्रेन मिलेगी। बेगमपुल स्टेशन पर टनल का काम पहले ही पूरा हो चुका है और तकनीकी कमरे भी लगभग तैयार हैं। स्टेशन के भीतर सीढ़ियां भी लगभग तैयार कर दी गई हैं। इसके अलावा फर्श, फिनिशिंग आदि का कार्य प्रगति पर है। वातानुकूलन के लिए एसी डक्ट्स भी लगाए जा चुके हैं।
बेगमपुल स्टेशन पर दो ट्रैक बनाए जा रहे हैं। अप-लाइन पर ट्रैक डाला जा चुका है, जिसका इंस्टॉलेशन प्रगति पर है। इसे इस तरह बनाया जा रहा है की इस स्टेशन पर एक साथ नमो भारत ट्रेन और मेरठ मेट्रो को संचालित किया जा सके। ऐसा देश में पहली बार होगा कि नमो भारत और मेरठ मेट्रो, दोनों एक ही ट्रैक पर दौड़ती नजर आएंगी।
बेगमपुल के अलावा मेरठ मे मेरठ सेंट्रल और भैंसाली भी अंडर ग्राउंड स्टेशन हैं लेकिन उन पर केवल मेरठ मेट्रो की सुविधा मिलेगी। नमो भारत और मेरठ मेट्रो की सुविधा शहर में मेरठ साउथ, शताब्दी नगर, बेगमपुल और मोदीपुरम स्टेशन पर ही मिलेगी। मेरठ मेट्रो के लिए 23 किलोमीटर के सेक्शन में शहर में कुल 13 स्टेशन बनाए जा रहे हैं। इनमें से मेरठ सेंट्रल, भैंसाली और बेगमपुल अंडरग्राउंड हैं, बाकी एलिवेटेड हैं। मेरठ मेट्रो का संचालन आरआरटीएस के बुनियादी ढांचे पर ही किया जाएगा, जो देश में पहली बार है। आरआरटीएस और मेरठ मेट्रो की पूरी परियोजना को अगले साल तक चालू करने का लक्ष्य निर्धारित है।