- विधायक- पुलिस आयुक्त के बीच विवाद में रालोद की इंट्री
- पुलिस नहीं विधायक सपा एजेंट के रूप में कर रहे काम
- विधायक नंद किशोर का आरोप, सपा के एजेंट के रूप में काम कर रहे पुलिस अधिकारी
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर और गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट के बीच चल रहे विवाद के बीच अब राजग के सहयोगी दल रालोद ने भी इंट्री कर दी है। रालोद नेता और लोनी के पूर्व चेयरमैन मनोज धामा ने विधायक पर ही सपा के एजेंट का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार एवं संगठन की छवि खराब कर रहे विधायक को पार्टी से निष्काशित किय जाये। उधर नंद किशोर गुर्जर ने चुनाव में मुचलकों के नाम पर आम जनता को सपा के इशारे पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया।
सोमवार को मनोज धामा ने वीडियो बयान जारी कर कहा कि विधायक प्रदेश की योगी सरकार एवं भाजपा की छवि खराब कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस सपा की एजेंट नहीं विधायक सपा एजेंट की भूमिका निभा रहे हैं। पुलिस विधायक के इशारे पर फर्जी रिपोर्ट दर्ज नहीं कर रही इसलिए वे बौखला रहे हैं। उन्होंने कहा कि अपनी ही पुलिस पर आरोप लगाना सरकार एवं संगठन की छवि खराब करना है।
दूसरी तरफ विधायक नंद किशोर गुर्जर ने वीडियो जारी कर दिखाया कि पुलिस झूठ बोल रही है उनके घर पर कोई सुरक्षा नहीं है, जबकि जनता दरबार चल रहा है। उन्होंने पुलिस को सपा का एजेंट बताते हुए कहा कि चुनाव में महिलाओं समेत बड़ी संख्या में मुचलका पाबंद करना सपा के इशारे पर भाजपा को हराने का प्रयास था।