- उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए निर्वाचन आयोग के निदेर्शों का किया जा रहा अनुपालन
- 9059 बिना लाइसेंसी शस्त्र, 9149 कारतूस, 3019.32 किलो विस्फोटक व 522 बम बरामद कर सीज किए गए
- पुलिस द्वारा अवैध शस्त्र बनाने वाले 4016 केंद्रों पर डाली गई रेड और 173 केंद्रों को किया गया सीज
- सीआरपीसी के तहत निरोधात्मक कार्रवाई में 24,48,726 लोग पाबंद किए गए
अथाह ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निदेर्शों का कड़ाई से अनुपालन किया जा रहा है। 16 मार्च से 09 मई, 2024 तक पुलिस विभाग द्वारा अपराधिक व्यक्तियों के 536 लाइसेंसी शस्त्र जब्त किए गए हैं, जबकि 4705 लाइसेंसी शस्त्रों के लाइसेंस निरस्त कर जमा कराए गए। इसी प्रकार शांति भंग की आशंका में सीआरपीसी के तहत निरोधात्मक कार्रवाई करते हुए 27,20,387 लोगों को पाबंद किए जाने के लिए नोटिस जारी किए गए हैं, जिनमें से 24,48,726 लोगों को पाबंद किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त पुलिस विभाग द्वारा 9059 बिना लाइसेंसी शस्त्र, 9149 कारतूस, 3019.32 किलोग्राम विस्फोटक व 522 बम बरामद कर सीज किए गए हैं। पुलिस द्वारा अवैध शस्त्र बनाने वाले 4016 केंद्रों पर रेड डाली गई और 173 केंद्रों को सीज किया गया।
गुरुवार को 32 हजार को किया गया पाबंद
प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि 16 मार्च, 2024 को लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 की निर्वाचन तिथियों की घोषणा के साथ ही प्रदेश में स्वतंत्र, निष्पक्ष, शांतिपूर्ण, भयमुक्त, प्रलोभनमुक्त, समावेशी व सुरक्षित मतदान कराने के लिए पूरे प्रदेश में आदर्श आचार संहिता प्रभावी है। आयोग के निदेर्शों के अनुपालन में पुलिस, आयकर, आबकारी, नार्कोटिक्स एवं अन्य विभागों द्वारा कार्यवाही की जा रही है। सघन जांच के लिए 464 अंतर्राज्यीय चेक पोस्ट तथा 1728 चेक पोस्ट राज्य के भीतर संचालित हैं। 9 मई, 2024 को पुलिस विभाग द्वारा अपराधिक व्यक्तियों के 01 लाइसेंसी शस्त्र का लाइसेंस निरस्त कर जमा कराया गया। सीआरपीसी के तहत निरोधात्मक कार्रवाई करते हुए 32,124 लोगों को पाबंद किया गया। इसके अतिरिक्त बिना लाइसेंस के 63 शस्त्र, 65 कारतूस व 08 बम बरामद कर सीज किए गए। पुलिस द्वारा अवैध शस्त्र बनाने वाले 38 केंद्रों पर रेड डाली गई और 01 केंद्र को सीज किया गया।