- कांग्रेस ने हमेशा देश को तोड़ने की बात की है
अथाह ब्यूरो, लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने गुरूवार को भाजपा प्रदेश मुख्यालय में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस ने हमेशा देश को तोड़ने की बात की है और समाज में नफरत के बीज बोने का काम किया है। कांग्रेस की काली करतूतों से देश की जनता पहले ही वाकिफ है। कांग्रेस पहले देश-विदेश में देश का अपमान करती थी, देश को बदनाम करती थी लेकिन अब तो भारतवासियों का भी अपमान करने लगी है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा कि राहुल गांधी के गुरु और उनके राजनीतिक सलाहकार कहे जाने वाले सैम पित्रोदा जोकि वर्षों से कांग्रेस की ओवरसीज सेल के अध्यक्ष भी रहे हैं, ने 140 करोड़ भारतीयों पर नस्लभेदी और रंगभेदी टिप्पणी की है। अंकल सैम ने कहा है कि दक्षिण भारत के लोग अफ्रिकन जैसे दिखते हैं, नॉर्थ-ईस्ट भारत के लोग चीनी जैसे दिखते हैं, पश्चिमी भारत के लोग अरब के लोगों जैसे दिखते हैं और उत्तर भारत के लोग अंग्रेज जैसे दिखते हैं। ये केवल सैम पित्रोदा का बयान नहीं है बल्कि पूरी कांग्रेस पार्टी की सोच है। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी सैम पित्रोदा के बयान का समर्थन किया है। वैसे भी सैम पित्रोदा ऐसे ही कुछ नहीं बोलते बल्कि वे तो कांग्रेस की नीति को ही उजागर करते हैं।
चौधरी ने कहा कि सैम पित्रोदा का इस्तीफा महज एक राजनीतिक ड्रामा है। कांग्रेस सैम पित्रोदा को पार्टी से बर्खास्त करने की हिम्मत दिखायेगी? अगर नहीं तो ये इस्तीफा बस डैमेज कंट्रोल के लिए है। सैम पित्रोदा अभी भी कांग्रेस पार्टी में हैं और राहुल गाँधी के सलाहकार हैं। अभी तक राहुल गाँधी, प्रियंका वाड्रा और सोनिया गाँधी ने सैम पित्रोदा के बयान की कड़ी निंदा नहीं की? राहुल गाँधी, प्रियंका वाड्रा और सोनिया गाँधी देशवासियों का अपमान करने को लेकर देश की जनता से अविलंब माफी मांगे।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि अधीर रंजन चौधरी ने भी सैम पित्रोदा के बयान का समर्थन कर दिया है तो क्या कांग्रेस अधीर रंजन चौधरी को भी कांग्रेस से बर्खास्त करेगी या उनसे इस्तीफा लेगी? कांग्रेस ऐसे बयानों को व्यक्तिगत बता कर इससे किनारा नहीं कर सकती। कांग्रेस की मोहब्बत की दुकान में हर जगह नफरत का सामान बिखरा पड़ा है। इंडी गठबंधन के तमाम नेता-सब ऐसे ही बयान दे रहे हैं। कांग्रेस का एक नेता देश को तोड़ने की बात करता है, दक्षिण भारत को अलग देश बनाने की मांग करते हैं तो कांग्रेस उसे लोकसभा का टिकट देती है। कांग्रेस के नेता और तेलंगाना के मुख्यमंत्री उत्तर-दक्षिण को लेकर समाज में नफरत पैदा करते हैं। राहुल गांधी स्वयं उत्तर-दक्षिण के लोगों को बांटने की बात करते हैं। समाज को बांटने की इनकी मानसिकता रही है। इनकी राजनीति की दुकान इसी से चलती है। इनके पास कोई मुद्दे नहीं हैं। कांग्रेस ऐसे नेता को लोक सभा का टिकट देती है जो जेएनयू में राष्ट्रविरोधी नारे लगाने वालों का समर्थन करता है।
चौधरी ने कहा कि कांग्रेस के नेता और महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शहीद हेमंत करकरे को लेकर कहते हैं कि आतंकी कसाब की गोली से नहीं मरे थे तो पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चन्नी आतंकी हमलों को ड्रामा बताते हैं। देश की जनता कांग्रेस को भाव दे नहीं रही तो अब पाकिस्तान से राहुल गाँधी और कांग्रेस की तारीफ के कसीदे पढ़े जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सैम पित्रोदा ने कुछ दिन पहले ही भारत में अमेरिका की तरह विरासत टैक्स लगाने की बात कही थी और कहा था कि कांग्रेस पार्टी एक ऐसी नीति बनाएगी, जिसके माध्यम से धन का बांटना बेहतर होगा। कांग्रेस ने अपने मेनिफेस्टो में भी हिडेन रूप से वैल्थ डिस्ट्रीब्यूशन की बात की है। राहुल गाँधी हर रैली में इसकी बात करते हैं।
चौधरी ने कहा कि राम मंदिर पर भी अंकल सैम ने कहा कि राम मंदिर, रामनवमी जैसी बातें आइडिया आॅफ इंडिया को चैलेंज करते हैं। जून 2023 में भी पित्रोदा ने कहा था कि मंदिर से बेरोजगारी का समाधान नहीं हो सकता। मंदिर और राम जन्मभूमि, दीया जलाओ, यह मुझे परेशान करता है। यही बात कांग्रेस और इंडी एलाइंस को भी परेशान करती है। वे रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा में भी नहीं गए और आज तक राम मंदिर का विरोध करते हैं, सनातन धर्म को गाली देते हैं। उन्होंने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर पर सैम पित्रोदा ने दो महीने पहले ही कहा कि संविधान में बीआर अंबेडकर से ज्यादा पंडित नेहरू का योगदान था। सैम पित्रोदा आरक्षण का भी विरोध करते हैं। कांग्रेस पार्टी भी तो यही करती है। पूरा देश जानता है कि बाबा साहब को चुनावों में हराने के लिए कांग्रेस ने कितनी साजिशें की। कांग्रेस ने तो बाबा साहब को अपने शासनकाल में भारत रत्न भी नहीं दिया। आरक्षण का विरोध कांग्रेस के नेता करते हैं और कांग्रेस इसका आरोप दूसरों पर लगाती है।
चौधरी ने कहा कि पुलवामा हमले पर सैम पित्रोदा ने कहा था कि ऐसे हमले होते रहते हैं। मुंबई में 8 लोगों ने हमला किया तो उसके लिए पूरे पाकिस्तान को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता, इसकी सजा पूरे पाकिस्तान को क्यों दी जा रही है? कांग्रेस भी तो यही करती है। कांग्रेस के तमाम नेता जवानों के सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक पर सवाल उठाते हैं और पाकिस्तान को क्लीन चिट देते हैं। तभी तो पाकिस्तान से राहुल गाँधी और कांग्रेस पार्टी के लिए जोरदार बैटिंग हो रही है।
उन्होंने कहा कि मई 2019 में सैम पित्रोदा ने 1984 सिख दंगों पर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की कथित संलिप्तता के संदर्भ में पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में कहा था अब क्या है 84 का? हुआ तो हुआ। उन्होंने एक तरह से सिखों के नरसंहार को जस्टिफाई करने की कोशिश की थी। कांग्रेस भी तो यही करती है। आज तक गांधी परिवार ने सिख नरसंहार के लिए न तो माफी मांगी है और न ही उसके गुनाहगारों को कोई सजा दिलाई है। उलटे सिख दंगों में शामिल नेताओं को कांग्रेस पार्टी बड़ी-बड़ी जिम्मेदारियां देती है।
चौधरी ने कहा कि पिछले चुनाव में सैम पित्रोदा ने कहा था कि देश में अगर न्यूनतम आय योजना लागू की जाती है तो इससे थोड़ा टैक्स बढ़ जाएगा। ऐसे में मिडिल क्लास को स्वार्थी नहीं होना चाहिए और उन्हें बड़ा दिल दिखाना चाहिए। अब कांग्रेस ने अपने मेनिफेस्टो में आर्थिक सर्वे की बात कह कर मिडिल क्लास की संपत्ति हड़पने का प्लान सामने रख दिया है। वैसे भी कांग्रेस की मिडिल क्लास पर ज्यादा टैक्स लगा कर मिडिल क्लास को दण्डित करने की कांग्रेस की मंशा रही है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि देश में जनसंख्या असंतुलन बड़ा गंभीर विषय है। इस पर गंभीर बहस की जरूरत है। यह असंतुलन कांग्रेस की मुस्लिम तुष्टिकरण की नीतियों का परिणाम है। इनकी मुहब्बत की दुकान देश को कुछ और ही बनाना चाहती है। अब बात आबादी की ही नहीं हिस्सेदारी की भी है। कांग्रेस ने ओबीसी हिंदुओं के आरक्षण पर डाका डालने का कुत्सित प्रयास शुरू किया है। क्या कांग्रेस अब इन्हें ओबीसी लिस्ट में डालकर अधिक संख्या में आरक्षण की चोरी करवायेगी? कांग्रेस देश के लिए नासूर है, आज सभी को सोचने की जरूरत है। इसीलिए देश में मोदी जी की सरकार जरूरी है।