- लोकसभा पहले और दूसरे चरण का लोकसभा चुनाव
- दिल्ली- मेरठ रोड स्थित काईट कॉलेज में हुई बैठक
- राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष के साथ ही सीएम योगी भी बैठक में मौजूद
- राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल के साथ ही दोनों डिप्टी सीएम, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष, प्रदेश महामंत्री संगठन भी मौजूद
- पश्चिमी उत्तर प्रदेश के संघ के बड़े पदाधिकारियों ने रखी पश्चिम के संगठन के साथ ही प्रत्याशियों की स्थिति
अशोक ओझा
गाजियाबाद। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव को लेकर राष्टÑीय स्वंय सेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी चिंतित है। यहीं कारण है कि पहले चरण के मतदान से ठीक पहले, पहले और दूसरे चरण की सीटों को लेकर संघ और भाजपा का महामंथन गाजियाबाद में हुआ। बैठक में संघ और भाजपा के आला पदाधिकारियों के साथ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश के संघ के प्रमुख पदाधिकारी मौजूद रहे। इनके साथ ही भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी बैठक में मौजूद रहे।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शाम करीब छह बजे शुरू हुई बैठक में पश्चिमी उत्तर प्रदेश की एक एक सीट को लेकर मंथन किया गया। हर सीट को लेकर संघ की रिपोर्ट भी रखी गई कि किस सीट पर भाजपा अथवा रालोद प्रत्याशी की स्थिति क्या है, इसके साथ ही संगठन को लेकर भी समीक्षा की गई। इसमें हर जिले के संगठन की रिपोर्ट भी शामिल थी। इसमें प्रत्याशी की कहां पर कमजोरी है और संगठन की क्या कमजोरी है इसे सीट वार बताया गया।
ठाकुर- त्यागी- सैनी की नाराजगी का मुद्दा भी उठा
सूत्रों की मानें तो इस महत्वपूर्ण बैठक में ठाकुरों की नाराजगी का मुद्दा भी सामने आया। इस पर मंथन किया गया कि क्षत्रिय समाज को कैसे शांत किया जाये। इतना ही नहीं त्यागी समाज की नाराजगी को लेकर भी चर्चा हुई कि त्यागी मतदाता या तो उदासीन है अथवा नाराज है। सैनियों का नाराजगी का मुद्दा भी सामने आया। लेकिन संगठन की तरफ से पूर्व मंत्री धर्मपाल सैनी को शामिल करने को लेकर कहा गया, लेकिन संघ का मानना था कि इससे संदेश ठीक नहीं गया। इसके साथ ही कहा गया कि त्यागी और क्षत्रिय नेताओं को जिन क्षेत्रों में उनकी जाति के वोट है वहां पर सक्रिय किया जाये।
प्रत्याशियों की ढिलाई के साथ ही मुट्ठी बंद रखने को लेकर नाराजगी
बैठक में यह मुद्दा भी आया कि जो भी प्रत्याशी मैदान में है उनका मीडिया के साथ तालमेल ठीक नहीं चल रहा है। यहीं कारण है कि मीडिया से भी प्रत्याशी आऊट है। इसका कारण यह बताया गया कि इस बार प्रत्याशियों ने अपनी मुट्ठी बंद की हुई है जो नुकसान दायक साबित हो रही है।
जिस प्रकार एक एक सीट को लेकर मंथन किया गया उसमें यह तथ्य निकल कर आया कि राम मंदिर बनने के बावजूद मतदाताओं में उदासीनता है तथा मतदाता प्रत्याशियों को लेकर आंकलन कर रहे हैं। इस स्थिति को सुधारा जाये।
बैठक से दूर रखा गया विधायकों- सांसदों को
सूत्रों के अनुसार विधायकों एवं सांसदों के साथ ही प्रत्याशियों को भी इस महत्वपूर्ण बैठक से दूर रखा गया। बैठक हालांकि भाजपा प्रत्याशी अतुल गर्ग के काईट कॉलेज में थी, लेकिन उनको भी बैठक से दूरी ही बनानी पड़ी।
राष्ट्रीय- बैठक में ये लोग रहे उपस्थित
बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल, संघ के सह सरकार्यवाह आलोक कुमार, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह, क्षेत्र प्रचारक महेंद्र, प्रांत प्रचारक अनिल कुमार, प्रांत कार्यवाह शिव कुमार त्यागी, प्रांत संघ चालक प्रेम चंद, सह प्रांत प्रचारक विनोद, सह प्रांत कार्यवाह सेवादास, क्षेत्र संघ चालक सूर्य प्रकाश टांक, सह क्षेत्र संघ चालक डा. तनेजा समेत अन्य प्रमुख लोग उपस्थित थे। गाजियाबाद के कुछ पदाधिकारी केवल व्यवस्था तक सीमित रहे।