नये साल के जश्न में रखें दिल का विशेष ख्याल
बृजेश सिंह
नई दिल्ली। बदलती जीवनशैली व खानपान के चलते लोगों की सेहत के लोकर जहां तमाम समस्याएं पैदा हो रही हैं वहीं हार्ट संबंधी समस्यायें भी बढ़ी हैं लेकिन वर्ष 2019 में कोविड महामारी के बाद से यह देखने में आ रहा है कि कम उम्र के युवा जो बेहद सेहतमंद नजर आते हैं अचानक हार्ट अटैक का शिकार हो रहे हैं। ऐसे युवाओं को हार्ट अटैक आने पर कई बार आभास भी नहीं होता है तथा जब तक सही इलाज मिले उनकी मौत हो जा रही है। कुछ महीने पहले गुजरात में गरबा महोत्सव के मौके पर राज्य सरकार ने युवाओं के लिए चेतावनी जारी करने के साथ ही पूरे प्रदेश में डांडिया नृत्य वाले स्थानों पर इमरजेंसी मेडिकल टीम तथा एम्बुलेंस की भी तैनाती की थी। नृत्य के दौरान वहां कई युवाओं को हार्ट की समस्या की शिकायत मिली थी। यही नहीं एक युवक की हार्ट अटैक से मौत भी हो गई थी।
उच्च स्तरीय चिकित्सीय सलाह के चलते राजधानी दिल्ली सहित देश के सभी बड़े महानगरों में जहां नये साल का जश्न धूमधाम से मनाया जाता है एकबार फिर युवाओं को दिल का विशेष ख्याल रखने तथा सांस संबंधी किसी तरह की शिकायत होने पर चिकित्सक की राय लेने की सलाह जारी की गई है। युवाओं में बढ़ते हार्ट अटैक की प्रवृति को यद्यपि 2021 में नोटिस किया जाने लगा था लेकिन 2023 में इसकी संख्या काफी बढ़ गई है। कई सेलेब्रेटी भी कम उम्र में अचानक हार्ट अटैक का शिकार बन चुके हैं। मिस युनिवर्स रह चुकी सुष्मिता सेन को इसी साल फरवरी में हार्ट अटैक की खबर सामने आई थी। वे 47 साल की हैं। तेलगू एक्टर हरिकंठ (33 वर्ष) की एक जुलाई को हार्ट अटैक से मौत हो गई। टेलीविजन एक्टर सिद्धार्थ शुक्ला (40वर्ष), दक्षिण भारतीय फिल्मों के एक्टर पुनेठ राजकुमार, एक्टरर चिरंजीवी सारजा जैसे अनेकों नाम हैं जो तीस से चालीस वर्ष की उम्र में हार्ट अटैक का शिकार बन चुके हैं। दिल्ली में भी ऐसी कई घटनाएं घट चुकी हैं जब सुबह टहलते अथवा जिम में एक्सरसाइज करते हुए युवांओं की हार्ट अटैक आने से मौत हो गई। इन्हीं घटनाओं के मद्देनजर नये साल के जश्न में शराब पीने तथा डांस के दौरान युवाओं के दिल को खतरे का अंदेशा है। कम उम्र के चलते दिल संबंधी प्राब्लम को कई बार युवा अंदाज नहीं लगा पाते हैं तथा वे खुद को फिट मानकर सामान्य गतिविधियों में लगे रहते हैं।
कोरोना महामारी के बाद क्या युवा क्या बच्चे अथवा महिलाएं सभी की दिनचर्या में भारी बदलाव हुआ है। खासकर शहरी इलाकों में लोगों की स्क्रीन टाईम बढ़ गई है। घंटों अब लोगों का समय मोबाइल अथवा टेलीविजन के सामने बैठकर बीत रहा है। घर के बाहर की एक्टीविटी में कमी आ गई है। जो लोग कोरोना बीमारी की चपेट में आ चुके हैं उनकी प्रतिरोधक क्षमता काफी घट चुकी है। वर्क फ्राम होम के चलते घरों में बैठे रहकर खाने पीने का शेड्यूल भी काफी बदल चुका है। इससे लोगों की सेहत पर काफी बुरा असर पड़ रहा है। प्रमुख हृदय रोग विशेषज्ञ युवाओं को अचानक अत्यधिक मेहनत वाले काम, नृत्य व एक्सरसाइज से बचने की सलाह दी है।
हार्ट अटैक से पहले दिखने वाले लक्षण
1-सामान्य तरह से सांस लेने में दिक्कत हो, नाड़ी की गति आसामान्य हो तो यह हार्ट की समस्या हो सकती है।
2-कुछ युवाओं को सीने में हार्ट अटैक से पहले या अटैक के दौरान सीने में भारीपन या दर्द भी महसूस होता है।
3-अचानक बेहोश हो जाना या चक्कर आना।
4-दिल की धड़कन में अचानक बदलाव भी इसका संकेत है।
5-अकारण अचानक सांस उंखड़ना।
6-इसके अलावा हार्ट अटैक आने से पहले जी मिचलाना या उल्टी आने की भी घटनाएं देखने को मिल रही हैं।