- नगर निगम ने दीपोत्सव को लेकर खींचा है तैयारियों का फुलप्रूफ खाका
- पेयजल, सफाई, स्ट्रीट लाइट और शौचालयों की व्यवस्था में लगाये गये हैं नगर निगम के 16 अधिकारी
अथाह संवाददाता
अयोध्या। सातवें दीपोत्सव में योगी सरकार का साफ सफाई को लेकर विशेष फोकस है। 11 नवंबर को आयोजित होने वाले दीपोत्सव के लिए नगर निगम की ओर से तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इस दौरान पूरे मेला क्षेत्र को अलग-अलग सेक्टर में बांटकर वहां साफ सफाई, पेयजल, निर्माण, स्ट्रीट लाइट आदि की व्यवस्था बनाई गई है। मेला क्षेत्र में व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए 16 अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है। इसमें पेयजल व्यवस्था के लिए पांच, निर्माण कार्यों के लिए पांच, सफाई कार्य के लिए दो, स्ट्रीट लाइट के लिए तीन और छुट्टा पशुओं की व्यवस्था की देखरेख के लिए एक अधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
मेला क्षेत्र में आठ स्थानों पर स्थापित किए गए मोबाइल टॉयलेट
देश के कोने-कोने से अयोध्या का दीपोत्सव देखने आने वाले श्रद्धालुओं को सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए आठ स्थानों पर मोबाइल टॉयलेट की व्यवस्था की गई है। यह टॉयलेट राम कथा पार्क, राही गेस्ट हाउस, नया घाट, राम की पैड़ी के पास व कच्चा घाट आस-पास स्थापित किए गए हैं। इसके अतिरिक्त 22 चिह्नित स्थलों पर महिला एवं पुरुषों के लिए 52 अस्थाई शौचालय की व्यवस्था की गई है।
सैकड़ों स्थान पर रखे गये डस्टबिन
मेला क्षेत्र में गंदगी न हो, इसके लिए कई स्थानों पर डस्टबिन रखी गई है। राम कथा पार्क पर 50-50 मीटर की दूरी पर, संपूर्ण सरयू घाट पर, राम की पैड़ी के आसपास प्रमुख मार्गों व चौराहों पर 50-50 मीटर की दूरी पर डस्टबिन रखी गई हैं।
मेला क्षेत्र में पेयजल की व्यवस्था
नगर निगम की ओर से पूरे मेला क्षेत्र में पेयजल की व्यवस्था की गई है। 27 वॉटर कियास्क स्थापित किए गए हैं। इसके अलावा राम की पैड़ी, बंधा तिराहा, हनुमान गुफा, साकेत पेट्रोल पंप, राम कथा पार्क, डाक बंगला, करतालिया बाबा, तुलसी उद्यान हेलीपैड के पास, बैंक आॅफ बड़ौदा के पास, दीनबंधु हॉस्पिटल के पास 19 टैंकर पेयजल के लिए खड़े किए जाएंगे।
9 सेक्टर में बांटकर की जा रही है सफाई
अयोध्या मेला क्षेत्र को अलग-अलग 9 सेक्टर में बांटकर सफाई व्यवस्था की जा रही है। सभी सफाई नायकों को व्हाट्सएप ग्रुप से जोड़ दिया गया है। इसके अलावा लगभग 500 कर्मचारी सफाई व्यवस्था के लिए लगाए गए हैं।