Dainik Athah

1.25 करोड़ परिवारों को दिसंबर 2023 तक मिलेगा पट्टे की जमीन का मालिकाना हक: सीएम योगी

सीएम योगी ने अलीगढ़ को दी सौगात, 497 करोड़ की 208 विकास परियोजनाओं का किया लोकार्पण/शिलान्यास

सीएम बोले, हमारी सरकार ने साहूकारों के कर्ज से पटरी व्यवसायियों को दिलायी मुक्ति

वर्ष 2017 के पहले अनुसूचित जाति से जुड़े लोगों के सामने था पहचान का संकट



अथाह ब्यूरो
अलीगढ़/ लखनऊ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश पिछले साढ़े नौ वर्षों में परिवर्तन और विकास की नई ऊंचाइयों को प्राप्त कर रहा है। इससे जहां नए भारत का दर्शन हो रहा है वहीं जाति, मत, मजहब, क्षेत्र, भाषा के आधार पर नहीं बल्कि सबका साथ और सबके विकास की भावना के अनुरूप समाज के प्रत्येक तबके को सम्मानजनक ढंग से आगे बढ़ाने का अवसर मिल रहा है। हम तो उस विचार परिवार के कार्यकर्ता हैं, जिस विचार परिवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने संजीवनी प्रदान की। उन्होंने कहा था कि आर्थिक विकास का पैमाना ऊंची सीढ़ी पर बैठे हुए व्यक्ति की आर्थिक उन्नति से नहीं बल्कि समाज में सबसे नीचे पायदान पर बैठे व्यक्ति की प्रगति के आधार पर किया जाना चाहिए। इसे ही आगे बढ़ाने का काम लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं। ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अलीगढ़ के नुमाइश मैदान में आयोजित अनुसूचित जाति/ जनजाति सम्मेलन में कही। इस दौरान उन्होंने अलीगढ़ को 497 करोड़ की 208 विकास परियोजनाओं के लोकार्पण/ शिलान्यास की सौगात दी। साथ ही विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किए।

भगवान वाल्मीकि की जयंती पर हर मंदिर में कराया जा रहा अखंड रामायण का पाठ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्ष 2017 के पहले अनुसूचित जाति और जनजाति से जुड़े लोगों के सामने पहचान का संकट खड़ा होता था, लेकिन आज वह पहचान के मोहताज नहीं हैं। बाबा साहब भीमराव आंबेडर ने जिस समरस समाज की स्थापना का सपना देखा था उसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार पूरे देश में साकार कर रही है। एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना उसी की साक्षात अनुभूति है। इसी के तहत अयोध्या में भगवान श्री राम के भव्य मंदिर का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। वहीं बाबा विश्वनाथ धाम में बड़ा बदलाव हुआ है। लालपुर में महर्षि वाल्मीकि की पावन जन्मस्थली का पुनरोद्धार हो रहा है। इसके साथ ही संत रविदास की पावन जन्मस्थली में भी व्यापक सुंदरीकरण का कार्य केंद्र और राज्य सरकार मिलकर कर रही है। सरकार की ओर से भगवान वाल्मीकि की जयंती पर हर मंदिर में अखंड रामायण का पाठ कराया जा रहा है, जिससे समाज को जोड़ने का काम किया जा रहा है। सीएम ने कहा कि पहले पर्व और त्योहारों को शांतिपूर्ण तरीके से मनाने से रोका जाता था, लेकिन आज डबल इंजन की सरकार ने सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की है। इतना ही नहीं शासन की योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने का कार्य भी प्रभावी ढंग से किया जा रहा है। तकनीक का प्रयोग करते हुए भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए डीबीटी के माध्यम से धनराशि को लाभार्थी के खातों में पहुंचाया जा रहा है। वहीं सही लाभार्थी तक राशन पहुंने के लिए ई पॉस मशीन का उपयोग किया जा रहा है।

एक करोड़ 91 लाख बच्चों को फ्री में दी जा रही यूनिफॉर्म
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के गरीब और वंचितों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए पीएम विश्वकर्मा, विश्वकर्मा श्रम सम्मान, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह, कन्या सुमंगला, कृषक दुर्घटना बीमा योजना जैसी दर्जनों योजनाएं चलाई जा रही हैं। पहले समाज के कई निचले तबको के लिए शासन के पास कोई योजना नहीं होती थी, लेकिन आज डबल इंजन की सरकार उनको केंद्र में रखकर योजनाएं बना रही है। प्रदेश के बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में एक करोड़ 91 लाख बच्चों को फ्री में यूनिफॉर्म दी जा रही है। वहीं पौने तीन करोड़ परिवारों को शौचालय, 55 लाख परिवारों को एक-एक आवास, एक लाख से अधिक गांवों में बिजली पहुंचाने का कार्य हुआ, जहां एक करोड़ 56 लाख परिवारों को फ्री में बिजली के कनेक्शन दिये गये हैं। पीएम स्वनिधि योजना के तहत 14 लाख पटरी व्यवसायियों को बैंक से जोड़ा गया है। सरकार ने उन्हे साहूकारों के कर्ज से मुक्त कराने का काम किया गया है। प्रदेश में 75 लाख परिवार ऐसे हैं जिनके जहां पर मकान हैं उनको वहीं जमीन का कब्जा उपलब्ध कराया गया है। दिसंबर 2023 तक उत्तर प्रदेश के एक करोड़ 25 लाख परिवारों को पीएम स्वामित्व योजना के तहत पट्टे की जमीन का मालिकाना हक दिया जाएगा।

अनुसूचित जाति/ जनजाति से जुड़े लोगों से कोई नहीं छीन सकता है छत

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बाबा साहेब से जुड़े स्थलों को तीर्थ के रूप में विकसित करने का कार्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया, चाहे मऊ हो, दिल्ली, मुंबई, इंग्लैंड का वह भवन जहां रहकर उन्होंने उच्च शिक्षा हासिल की या नागपुर की दीक्षा भूमि, इन सभी स्थलों को पंच तीर्थ के रूप में विकसित किया गया है। वहीं उत्तर प्रदेश के लखनऊ में डॉ. भीमराव आंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र की स्थापना की जा रही है, जहां पर अनुसूचित जाति-जनजाति के नौजवानों को उच्च शिक्षा और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए स्कॉलरशिप की व्यवस्था की जा रही है। साथ ही उच्च अध्ययन करने की व्यवस्था का काम अंतिम दौर में है। उन्होंने कहा कि जहां पर अनुसूचित जाति/ जनजाति से जुड़ा हुआ कोई भी व्यक्ति निवास कर रहा है, अगर आरक्षित श्रेणी की वह भूमि नहीं है तो उसको वहीं पर मकान बनाने के लिए उस जमीन का पट्टा उपलब्ध करवाने की कार्रवाई डबल इंजन की सरकार करेगी। वहीं आरक्षित श्रेणी की भूमि होने पर अतिरिक्त भूमि दे करके उनके पुनर्वास की प्रापर व्यवस्था की जाएगी। साथ ही अनुसूचित जाति-जनजाति से जुड़े हुए किसी भी गरीब और वंचित को उजाड़ने का काम प्रशासन नहीं कर पाएगा क्योंकि डबल इंजन की सरकार आपके साथ खड़ी है।

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