- अर्ध चंद्राकार स्टेडियम के अनोखे वास्तुशिल्प में डमरू, बेलपत्र और त्रिशूल देखेगी दुनिया
- टीवी पर सजीव प्रसारण के माध्यम से आध्यात्मिकता और धार्मिक वास्तुशिल्प पर आधारित स्टेडियम बनेगा आकर्षण का केंद्र
- उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने 121 करोड़ कीमत की 30.86 एकड़ जमीन कराई है उपलब्ध, बीसीसीआई 330 करोड़ रुपये की लागत से कराएगा निर्माण
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में पूर्वांचल के खेल प्रेमियों को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की देंगे सौगात
- 23 सितंबर को पीएम स्टेडियम की रखेंगे आधारशिला, क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ियों के आने की संभावना
- केवल वाराणसी व पूर्वांचल ही नहीं, बिहार-मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के युवा खिलाड़ियों की खेल प्रतिभा को निखारने का केंद्र बनेगा स्टेडियम
अथाह संवाददाता
वाराणसी। रुद्राक्ष इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर के बाद अब वाराणसी में बनने जा रहे नए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में भी भगवान शिव और काशी की झलक देखने को मिलेगी। पूर्वांचल के खेल प्रेमियों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की सौगात देने 23 सितम्बर को काशी आ रहे है। पूर्वांचल के क्रिकेट प्रेमियों को अब इंटरनेशनल क्रिकेट मैच देखने के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। 451 करोड़ के लागत से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम बनने से मैच देखने के साथ ही, इंटरनेशनल क्रिकेटर का आधारभूत इंफ्रास्ट्रक्चर भी तैयार होगा। स्टेडियम के शिलान्यास में क्रिकेट जगत के दिग्गज खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर व सुनील गावस्कर के आने की संभावना है। इस परियोजना में योगी सरकार ने जमीन अधिग्रहण पर 121 करोड़ रुपये खर्च किए हैं जबकि बीसीसीआई 330 करोड़ रुपये खर्च करके स्टेडियम का निर्माण कराएगा। वाराणसी के राजातालाब इलाके के गंजारी गांव में रिंग रोड के पास यह स्टेडियम लगभग 30 महीनों में बनकर तैयार हो जाएगा। उल्लेखनीय है कि काशी के कायाकल्प में डबल इंजन की सरकार लगातार सकारात्मक भूमिका निभा रही है। पीएम की योजनाओं को काशी में धरातल पर उतारने के साथ ही समय-समय पर खुद सीएम योगी निरीक्षण करके यह सुनिश्चित करते रहे हैं कि सभी कार्य सही तरीके से हों। इसी क्रम में इंटरनेशनल स्टेडियम बनाने के लिए भी सीएम योगी की मंशा के अनुरूप 121 करोड़ कीमत की 30.86 एकड़ जमीन इस स्टेडियम के निर्माण के लिए यूपीसीए को पट्टे पर दे दिया गया है।
वाराणसी के विकास के गढ़े जा रहे हैं नए आयाम
प्रधानमंत्री अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी की तस्वीर बदलने के लिए विकास के नए-नए आयाम गढ़ रहे हैं। विकास और रोजगार संबंधी परियोजनाओं को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काशी में मूर्त रूप दे रहे है। काशी के लोग कभी सोचे नहीं थे की उनके सांसद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के रूप में पूर्वांचल को इतनी बड़ी सौगात देंगे। उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने यह जमीन उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (यूपीसीए) को लम्बे समय के लिए पट्टे पर दी है। इस पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) 330 करोड़ रुपये की लागत से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम बनाएगी। 30 हजार दर्शकों की क्षमता वाले स्टेडियम में 7 पिच (प्रैक्टिस व मेन विकेट) तथा इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम के नियमनुसार अत्याधुनिक स्टेडियम निर्माण होगा। स्टेडियम के दिसंबर 2025 तक बनकर तैयार होना संभावित है।
धार्मिक वास्तुशिल्प का अनूठई संगम बनेगा स्टेडियम
इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में जब अंतरराष्ट्रीय मैच होंगे तब टीवी पर सजीव प्रसारण के माध्यम से काशी में बने आध्यात्मिकता और धार्मिक वास्तुशिल्प पर आधारित स्टेडियम की छठा पूरी दुनिया में दिखाई देगी। स्टेडियम का आकार अर्ध चंद्राकार होगा, जिसमे लगी फ्लड लाइट्स त्रिशूल के आकार की होंगी। बिल्डिंग में बेलपत्र की डिजाइन देखेगी, वहीं डिजाइन में डमरू का आकर भी दिखाई देगा। गंगा घाट की सीढ़ियों जैसी दर्शक दीर्घा होगी। इसके पहले, काशी में बना रुद्राक्ष इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर का शिवलिंग के अकार का निर्माण हुआ था ,जिसमे 108 रुद्राक्ष के दाने लगे हैं।
कई दिग्गज खिलाड़ी आ सकते हैं शिलान्यास समारोह में
शिलान्यास समारोह में सचिन तेंदुलकर, सुनील गावस्कर, रवि शास्त्री, दिलीप वेंगसरकर जैसे कई दिग्गज क्रिकेटरों के मौजूद रहने की संभावना है। इस कार्यक्रम में बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी, उपाध्यक्ष राजीव शुक्ल, सचिव जय शाह भी मौजूद रहेंगे। कानपुर और लखनऊ के बाद काशी के रूप में यह यूपी का ये तीसरा अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम होगा जो वाराणसी व पूर्वांचल ही नहीं बल्कि बिहार, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के क्रिकेट खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखार कर भारतीय क्रिकेट टीम में शामिल होने का मौका देगा।