अथाह ब्यूरो
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार ने नई संसद के पहले दिन से ही महाझूठ से अपनी शुरूआत की है। जब जनगणना और परिसीमन के बिना महिला आरक्षण बिल लागू हो ही नहीं सकता है, जिसमें वर्षों लग जाएंगे तो भाजपा सरकार को इस आपाधापी में महिलाओं से झूठ बोलने की क्या जरूरत है? भाजपा सरकार न जनगणना के पक्ष में है और न ही जातीय जनगणना के, जिसके बिना तो महिला आरक्षण संभव ही नहीं। ये आधा अधूरा बिल महिला आरक्षण जैसे गंभीर विषय का उपहास है। इसका जवाब महिलाएं आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के विरूद्ध वोट डाल कर भाजपा को ही अनिश्चितकाल तक सŸाा से बाहर कर देंगी।
उन्होंने कहा भाजपा सरकार महिला आरक्षण को लेकर कभी ईमानदार नहीं रही है। केन्द्रीय मंत्रिमण्डल और अभी तक हुए चुनावों में भाजपा ने अपने यहां 33 प्रतिशत आरक्षण क्यों नहीं दिया?। सपा प्रमुख ने कहा वर्तमान महिला आरक्षण बिल में लैंगिक न्याय और सामाजिक न्याय का संतुलन नहीं है। समाजवादी पार्टी की नीति रही है कि महिला आरक्षण में पिछड़े, दलित, मुस्लिम, अल्पसंख्यक, आदिवासी समाज की महिलाओं का निश्चित प्रतिशत होना चाहिए।
यादव ने कहा कि भाजपा सरकार की मंशा महिलाओं को आरक्षण देने की है ही नहीं वह सिर्फ चुनावी जुमले के तहत महिला आरक्षण के नाम पर एक धोखा है।