- मोटो जीपी भारत 2023 के आयोजन के जरिए वैश्विक पटल पर विस्तारित होगा उत्तर प्रदेश का नाम, ब्रांड के तौर पर यूपी की स्वीकार्यता में होगी व्यापक वृद्धि
- 22 से 24 सितंबर के मध्य ग्रेटर नोएडा के बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट में आयोजित हो रही मोटो जीपी चैंपियनशिप के जरिए उत्तर प्रदेश में निवेश की संभावनाओं को बढ़ाने पर योगी सरकार का फोकस
- 275 इंटरनेशनल ब्रांड्स, आॅर्गनाइजेशंस व कंपनियों की उपस्थिति के कारण मोटो जीपी यूपी को इंडिया के ग्रोथ इंजन के रूप में स्थापित करने का बन सकता है सशक्त माध्यम
अथाह ब्यूरो
लखनऊ/ ग्रेटर नोएडा। भारत के ग्रोथ इंजन बनने के लिए प्रयासरत उत्तर प्रदेश अब मोटो जीपी भारत 2023 के आयोजन के जरिए वैश्विक पटल पर अपनी छवि को और अधिक मजबूती प्रदान करने जा रहा है। योगी सरकार 22 से 24 सितंबर के मध्य ग्रेटर नोएडा के बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट में इस वैश्विक ख्याति प्राप्त इवेंट में अपनी सहभागिता दर्ज कराने जा रही है। इस इवेंट के सफल आयोजन के जरिए उत्तर प्रदेश को दुनिया के 200 से अधिक देशों में बतौर ‘ब्रांड यूपी’ स्थापित करने का मौका मिलेगा। इस आयोजन से रेसिंग स्पोर्ट्स समेत तमाम स्पोर्टिंग इवेंट्स के लिए भी भारत और विशेषकर उत्तर प्रदेश मोस्ट फेवरेबल डेस्टिनेशन के तौर पर उभरेगा। वहीं, दुनियाभर की नामी कंपनियों के बीच उत्तर प्रदेश की छवि एक ब्रांड के तौर पर उभरेगी, जिससे योगी सरकार के वन ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी के संकल्प की पूर्ति होगी। पूरे आयोजन में योगी सरकार की सहभागिता का रोडमैप उत्तर प्रदेश में निवेश को आकर्षित करने के लिए बनाई गई नोडल एजेंसी इन्वेस्ट यूपी द्वारा तैयार किया गया है।
विश्वस्तरीय आयोजन से उत्तर प्रदेश में बढ़ेगा वैश्विक कंपनियों का भरोसा
उत्तर प्रदेश में इसी वर्ष 10 से 12 फरवरी के बीच ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 के सफल आयोजन के जरिए 37 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का प्रदेश में निवेश आया था। इसमें दुनिया की सभी प्रमुख कंपनियों की भी व्यापक उपस्थिति थी। अब प्रदेश में मोटो जीपी के आयोजन के दौरान भी स्पोर्टिंग वर्ल्ड समेत दुनिया की लीडिंग मल्टीनेशनल ब्रांड्स की प्रदेश में उपस्थिति रहेगी। इस मौके को प्रदेश में निवेश को गति देने के अवसर के तौर भुनाने के लिए भी योगी सरकार तमाम प्रयास कर रही है। इस इवेंट में रेडबुल, शेल, बी-विन, बीएमड्ब्ल्यू, ओकले, मॉन्सटर, मोटुल, टिसॉट, रेपसॉल, पोलिनी, गो प्रो, हॉन्डा, मिशेलिन, एमेजॉन, डीएचएल व पेट्रोनॉस जैसी 275 दिग्गज कंपनियां भाग ले रही हैं। इन कंपनियों के सीईओ भी इवेंट में शिरकत करने आ रहे हैं, ऐसे में योगी सरकार की प्राथमिकता इन कंपनियों के सीईओज के साथ बैठक करने पर है। बैठकों के जरिए प्रदेश में अगर इन कंपनियों के निवेश का रास्ता साफ हो गया तो इससे ब्रांड यूपी की वैश्विक स्वीकार्यता में बड़ी बढ़ोत्तरी होगी।
कई मायनों में खास है आयोजन
इस ग्लोबल रेसिंग इवेंट में कुल मिलाकर प्रति दिन 1.5 लाख के करीब लोग प्रतिभाग करेंगे। वहीं, विदेशों से 10000 लोग इस इवेंट का हिस्सा बनने बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट आएंगे। इसके अतिरिक्त, 200 देशों में इस इवेंट को टेलीकास्ट किया जाएगा और 800 से लेकर 1.80 लाख रुपए तक की प्राइस रेंज में इवेंट से जुड़े टिकट्स बिक रहे हैं। कुल 20 अलग-अलग रेसिंग इवेंट्स का आयोजन इन तीन दिनों में होगा जिसमें मेन स्पोर्टिंग इवेंट के तहत फाइल रेस 24 सितंबर को होगी। इसमें मुख्यत: 11 टीमें हिस्सा ले रही हैं और दुनिया के सभी देशों से रेसिंग इवेंट के शौकीन दर्शक ग्रेटर नोएडा का रुख कर रहे हैं। यह आयोजन कितना बड़ा है इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि एक आंकलन के अनुसार, इस इवेंट की टेलीकास्टिंग को पूरी दुनिया में 45 करोड़ से अधिक व्यूअरशिप मिलेगी। जाहिर सी बात है, इतने बड़े अवसर को योगी सरकार केवल एक आयोजन तक ही सीमित नहीं रखना चाहती।
पोस्टर्स पर भी दिख रही उत्तर प्रदेश की झलक
मोटो जीपी रेसिंग इवेंट में निवेश, पर्यटन, उद्योग समेत व्यापारिक दृष्टिकोण से छुपीं सभी संभावनाओं को तलाश को योगी सरकार पूरी प्रमुखता दे रही है। यही कारण है कि मोटो जीपी के कवर्स में ताज महल और वाराणसी के घाट फोकस में दिख रहे हैं। प्रदेश में इस वक्त पर्यटन उद्योग तेजी से गति पकड़ चुका है और विदेशों से लोग अब केवल ताज महल ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश की तमाम विरासतों का साक्षी बनने आते हैं। इसी कारण से मोटो जीपी के आयोजन के जरिए प्रदेश में तमाम संभावनाओं को तलाशने और उसे गति देने पर भी फोकस किया जा रहा है।