- महापौर के निशाने पर रहे पूर्व सांसद डा. रमेश चंद तोमर
- इशारों ही इशारों में एक विधायक ने भी कर दी गुटबाजी उजागर
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। भारतीय जनता पार्टी में स्थानीय स्तर पर गुटबाजी रूकने का नाम नहीं ले रही है। इस गुटबाजी के चलते ही भाजपा जिले में तीन महत्वपूर्ण नगर पालिका अपने हाथ से खो चुकी है। बावजूद इसके रार थमने का नाम नहीं ले रही है।
बता दें कि भाजपा गुटबाजी के चलते ही पिछले दिनों संपन्न हुए निकाय चुनाव में भाजपा स्थानीय स्तर पर गुटबाजी के चलते लोनी, मुरादनगर एवं खोड़ा मकनपुर जैसी महत्वपूर्ण नगर पालिका चेयरमैन पद हार चुकी है। जबकि इससे पहले तीनों नगर पालिकाओं भाजपा का कब्जा था। सोमवार को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी वरिष्ठ कार्यकर्ताओं से 2024 के चुनाव की तैयारियों को लेकर चर्चा करने गाजियाबाद आये थे। इस दौरान महापौर सुनीता दयाल ने पूर्व सांसद डा. रमेश चंद तोमर पर जमकर छींटाकसी की। उन्होंने एक प्रकार से तोमर को गुटबाज नेता बता दिया। बात यहीं नहीं रूकी। उन्होंने यहां तक कह दिया कि डा. तोमर ने उन्हें पार्टी से निकलवाने की साजिश भी रची थी। इस स्थिति में डा. तोमर के साथ ही पार्टी के अन्य नेता असहज महसूस करने लगे।
बात यहीं तक रूकती तो ठीक थी। पूर्व मंत्री एवं वर्तमान में शहर विधायक अतुल गर्ग ने भी एक प्रकार से गुटबाजी की तरफ इशारा करते हुए कहा कि यह समय मिलकर एवं साथ लेकर चलने का है। उन्होंने किस तरफ इशारा किया था यह भी मंचासीन नेताओं के साथ ही सामने बैठे नेता भी समझ गये। उनका इशारा सांसद की तरफ था। हालांकि अतुल गर्ग की आदत है कि वे इशारों के साथ ही फब्तियों के माध्यम से सबकुछ कह जाते हैं।
हालांकि बाद में प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने बात को संभालते हुए डा. रमेश चंद तोमर के घावों पर मल्हम लगाने का भी काम किया और कहा कि इतनी बार कोई वैसे ही सांसद नहीं बन जाता। इसके साथ ही उन्होंने 2024 में प्रदेश की सभी सीटों पर विजय पताका फहराने का लक्ष्य दिया। तमाम मतभेदों के बावजूद
सभी ने एक सुर में 2024 में प्रचंड जीत दिलाने का भरोसा दिलाया।
भाजपा सूत्र बताते हैं कि जिस प्रकार खुलेआम आरोप लगाये गये उससे पार्टी में गुटबाजी खत्म होने के स्थान पर बढ़ेगी ही। अब देखना यह है कि प्रदेश अथवा केंद्रीय नेतृत्व इस पर कितनी रोक लगा पाता है।
राज्यसभा सांसद के घर महापौर- पार्षदों के भोज का संदेश क्या है
सोमवार को महानगर में भाजपा के महानगर में ताबड़तोड़ कार्यक्रमों के बाद शाम के समय राज्यसभा सांसद अनिल अग्रवाल ने नव निर्वाचित महापौर- चेयरमैन एवं पार्षदों के साथ ही संगठन के प्रमुख पदाधिकारियों के साथ ही विधायकों को भी अपने निवास पर भोज के लिए आमंत्रित किया। इस कार्यक्रम में महानगर के तीन विधायकों के साथ ही महापौर सुनीता दयाल, मोदीनगर चेयरमैन विनोद वैशाली के साथ ही नगर निगम के पार्षद भी मौजूद थे। हालांकि कहा गया कि महापौर, चेयरमैन एवं पार्षदों का सम्मान समारोह है। लेकिन समारोह के लिए किसी प्रकार का मंच नहीं था। अनिल अग्रवाल के इस भोज को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। सवाल उनकी लोकसभा टिकट की दावेदारी को लेकर है।