Dainik Athah

संघ कार्यालय पर दोनों पक्षों में हुआ मिलन समारोह, पुलिस ने ली राहत की सांस

भाजपा- संघ- रालोद प्रकरण का हुआ पट्टाक्षेप

विधायक अजीत पाल त्यागी, ब्रजपाल तेवतिया ने निभाई भूमिका

संघ हर जाति- धर्म को साथ लेकर चलता है: अजीत पाल त्यागी

दोनों पक्षों ने कहा- कुछ लोग समाज को बांटने का षड़यंत्र रच रहे थे

अथाह संवाददाता
गाजियाबाद
। पिछले पांच दिनों से पुलिस के गले की हड्डी बने भाजपा- संघ एवं रालोद कार्यकर्ताओं का विवाद समाप्त हो गया। मामला शांत होने से जहां पुलिस ने राहत की सांस ली है, वहीं दूसरी तरफ आरोप लगाया गया कि कुछ लोग विवाद उत्पन्न कर समाज को बांटने का षड़यंत्र कर रहे थे। यह विवाद बच्चों का था, लेकिन इसे बड़ा रूप दे दिया गया। मौके पर मौजूद रालोद नेता अरविंद तेवतिया के पिता ने अपने पक्ष की गलती भी स्वीकार की।
बता दें कि 25 दिसंबर को संघ के बाल स्वयं सेवकों के पथ संचलन में स्कूटी लेकर जाने को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया था। बाद में संघ के स्वयं सेवकों की पिटाई भी की गई। इस मामले में तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। दूसरी तरफ पुलिस ने भाजपा एवं संघ के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं के खिलाफ क्रास एफआईआर दर्ज कर ली थी जो उसके गले की फांस बन गई। इस मामले को लेकर राजनीति भी गाजियाबाद में चरम पर पहुंच गई थी। एक तरफ विभिन्न दलों के जाट नेता भाजपा के खिलाफ एकजुट हो रहे थे, दूसरी तरफ भाईचारा मंच के बैनर तले भाजपा विरोधी दल एक होने लगे थे। इसके साथ ही पुलिस को भाजपा एवं संघ की नाराजगी अलग से झेलनी पड़ रही थी।

शुक्रवार को आरएसएस के शास्त्रीनगर स्थित कार्यालय पर सुबह दोनों पक्षों की समझौता वार्ता विधायक अजीत पाल त्यागी एवं ब्रजपाल तेवतिया की मध्यस्थता में हुई। इसके बाद प्रेस वार्ता कर स्वयं सेवकों की पिटाई के आरोपी अरविंद तेवतिया के पिता कृष्णपाल तेवतिया ने कहा कि पथ संचलन के दौरान जो घटना हुई उस संबंध में मेरा परिवार अत्यंत शर्मिंदा है। उन्होंने कहा कि यह अति आवेश में हुआ दुर्भाग्यपूर्ण है जो नहीं होना चाहिये था। उन्होंने कहा इस मामले को लेकर जो राजनीति हो रही है उसकी वे निंदा करते हैं। उन्होंने कहा जो भी राजनीतिक दल इस विवाद को तूल देकर समाज को तोड़ने का काम कर रहे हैं वह घृणित एवं निंदनीय है। उन्होंने कहा वे एवं उनका परिवार राष्टÑीय स्वयं सेवक संघ का सम्मान करता है।

इसके साथ ही विधायक अजीत पाल त्यागी ने कहा कि पूरे विवाद को जातीय रंग देने का प्रयास किया जा रहा था। न तो संघ एवं न ही भाजपा कभी जातियता की राजनीति करते हैं। संघ तो सभी जातियों एवं धर्मों को जोड़कर चलता है। उन्होंने कहा कि इस मामले में षड़यंत्र किया गया था। लेकिन षड़यंत्र करने वाले सफल नहीं हुए। भाजपा के वरिष्ठ नेता बृजपाल तेवतिया ने कहा कि कुछ लोग विवाद को हवा दे रहे थे। लेकिन दोनों पक्ष समझौता करने के पक्ष में थे। उन्होंने कहा कि एक पक्ष अपनी रिपोर्ट वापस लेगा जबकि जो लोग जेल गये हैं उनके मामले को भी समाप्त करवाया जायेगा। इस मौके पर संघ से जुड़े वरिष्ठ लोग भी उपस्थित थे। लेकिन वे प्रेस वार्ता से अलग रहे।

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