Dainik Athah

कमल-कलश और शिखर के आकार का होगा कन्वेंशन कम एग्जीबिशन सेंटर

पीपीपी मोड पर बनाया जाएगा सेंटर, निर्माण में 550 करोड़ का खर्च

सेंटर में दिखेगी बुद्धिज्म की झलक, मेट्रो से भी कनेक्ट किया जाएगा सेंटर

अथाह ब्यूरो
लखनऊ
। शहीद पथ के नजदीक और अवध शिल्पग्राम के आस पास प्रस्तावित कन्वेंशन कम एग्जीबिशन सेंटर सांस्कृतिक विरासत को संजोए हुए होगा। इसकी डिजाइन कमल, कलश और शिखर के आकार की हो सकती है। यह उत्तर भारत का सबसे विशाल और हाईटेक कन्वेंशन सेंटर होगा। इसे पीपीपी मोड पर बनाया जाएगा, जिसपर करीब 550 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक उच्च स्तरीय बैठक में अधिकारियों को कन्वेंशन कम एग्जीबिशन सेंटर के निर्माण से संबंधित प्रस्तुतिकरण में इसे लेकर आवश्यक दिशा निर्देश भी दिये हैं।

सेंटर के निर्माण में रेड सैंड और धौलपुर स्टोन का होगा इस्तेमाल
बैठक में अधिकारियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बताया कि कन्वेंशन कम एग्जीबिशन सेंटर लगभग 70 एकड़ में बनाया जाएगा। इसे उत्तर भारत का सबसे विशाल और हाईटेक सेंटर बनाने के लिए एक टीम ने बाली, कतर, हांगकांग और क्वालालंपुर के कन्वेंशन सेंटर का निरीक्षण किया, जिसके बाद सेंटर का खाका तैयार किया गया है। इसको भारतीय सांस्कृतिक धरोहर को ध्यान में रखकर बनाया जाएगा, जहां बुद्धिज्म की भी झलक देखने को मिलेगी। कन्वेंशन सेंटर को बीचोबीच में बनाया जाएगा जबकि उसके चारों ओर एग्जीबिशन सेंटर बनेगा। वहीं कन्वेंशन सेंटर के दोनों ओर बजट और लग्जरी होटल का निर्माण किया जाएगा। इसके निर्माण में रेड सैंड और धौलपुर स्टोन का इस्तेमाल किया जाएगा। बैठक में अधिकारियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बताया कि कन्वेंशन सेंटर फ्लेक्सिबल, मल्टीपल और कन्वर्टेबल होगा। सेंटर में सात हजार लोगों के बैठक की कैपेसिटी होगी। वहीं जरूरत पड़ने पर इसकी सिटिंग कैपेसिटी को बढ़ाकर नौ हजार तक किया जा सकेगा। दरअसल, हॉल की दीवारों के पास सेटिबल सीट लगाई जाएंगी, जो जरूरत ना होने पर दीवार के अंदर चली जाएंगी और जरूरत पड़ने पर इन्हे बाहर निकाला जा सकेगा।

सेंटर के हॉल को इवेंट के अनुसार चार भागों में बांटा जा सकता है
बैठक में बताया गया कि कन्वेंशन सेंटर को इवेंट के अनुसार दो से चार भांगों में बांटा जा सकेगा। कन्वेंशन सेंटर में सरकारी-प्राइवेट इवेंट, स्पोटर्स इवेंट, कल्चरल प्रोग्राम और मैरिज आदि फंक्शन हो सकेंगे। प्रोग्राम के अनुसार हॉल को 3500-3500 सीटिंग के साथ दो भागों और 1750-1750 सीटिंग के साथ चार भाग में बांटा जा सकता है। वहीं हॉल के बीच में 3600 स्क्वायर मीटर परफार्मेंशन एरिया बनाया जाएगा ताकि कल्चरल इवेंट हो सकेंगे। हॉल में इंट्री के लिए आठ प्वाइंट बनाए जाएंगे ताकि हाल को चार भागों में बांटने पर एक एरिया में कम से कम दो इंट्री प्वाइंट हो। वहीं हॉल को ऐसे बनाया जाएगा कि एक साथ 8 बैडमिंटन कोर्ट चल सकें। इसके साथ ही हॉल में एक समय में एक साथ दो बास्केटबॉल कोर्ट, 6 वालीबॉल कोर्ट, 12 कबड्डी कोर्ट और 9 जूडो कोर्ट चल सकेंगे। सेंटर और एग्जीबिशन हॉल के बाहर 11 एकड़ का ओपन एरिया होगा, जहां पर डिफेंस एक्सप्रो जैसे बड़े इवेंट आसानी से हो सकें। इसके साथ ही सेंटर, एग्जीबिशन और होटल के चारों ओर 45 मीटर की रोड होगी ताकि आवागमन में कोई प्रॉब्लम न हो।

चार हजार वाहनों को किया जा सकेगा पार्क

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अधिकारियों ने बताया कि सेंटर को सोलर पैनल के जरिए बिजली की आपूर्ति की जाएगी। वहीं पार्किंग के लिए लोगों को सेंटर परिसर के अंदर आने की जरूरत नहीं होगी, वह परिसर के बाहर से ही बेसमेंट तक जा सकेंगे और अपनी गाड़ी पार्क कर सकेंगे। सेंटर में 27 सौ वाहन को पार्क किया जा सकेगा, इसे जरूरत पड़ने पर 4 हजार तक बढ़ाया जा सकेगा। सेंटर के अंदर होने वाले फंक्शन के दौरान फैले वेस्ट को अंदर की ट्रीट किया जाएगा। कन्वेंशन सेंटर को बेहतर कनेक्टिविटी से जोड़ने के लिए इसे मेट्रो से कनेक्ट किया जाएगा।

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