Dainik Athah

रंजीता धामा की जनसभा में बिना स्टार प्रचारक के जुटे हजारों लोग

रंजीता धामा की जनसभा में उमड़ा जनसैलाब, विरोधियों की बढ़ी धड़कनें

सम्मान की लड़ाई में मिला आपका साथ तो लोनी से दुष्टों का अंत निश्चित: रंजीता धामा

अथाह संवाददाता
लोनी।
सोमवार को लोनी विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी रंजीता धामा के समर्थन में क्षेत्र के विकास कुंज में एक विशाल जनसभा आयोजित की गई। विशाल जनसभा ने लोनी क्षेत्र के सियासी माहौल में गर्मी पैदा कर दी। किसी स्टार प्रचारक और राजनेतिक दल के बड़े चेहरे के बिना भी जिस तरह से लोगों की भीड़ रंजीता धामा की जनसभा में पहुंची ,उसने लोनी के सारे समीकरण बदल दिए। जहां अब तक लोग रंजीता धामा को निर्दलीय प्रत्याशी मानकर उन्हें कम आंक रहे थे ,वहीं इस जनसभा के बाद लोगों की जुबान पर सिर्फ रंजीता और मनोज धामा के ही नाम की चर्चा थी। 
जनसभा को संबोधित करते हुए रंजीता धामा ने कहा कि इतनी विशाल जनसभा इस बात की परिचायक है कि लोनी मनोज धामा को कितना चाहती है। संबोधन के दौरान रंजीता धामा के अनेक रूप दिखाई दिए कभी वे एक भावुक पत्नी के रूप में नज़र आईं तो कभी नारी शक्ति के रूप में नज़र आईं। कभी उन्होंने अपने जोशीले भाषण से लोनी की प्रथम नागरिक और एक मजबूत विधानसभा प्रत्याशी होने का एहसास कराया तो कभी घरेलू एंव सामाजिक जिम्मेदारियों को बखूबी निभाने वाली एक सशक्त गृहणी का परिचय दिया।

वहीं उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए रंजीता धामा ने विरोधियों पर जमकर निशाना साधा और कहा कि पांच साल पहले जब ये आपके बीच वोट मांगने आए थे तो हमारे क्षेत्र की प्रमुख समस्या बंद फाटक को खुलवाने का आश्वासन देकर गए थे। लेकिन आज तक बंद फाटक खुला क्या ?नहीं खुला। बिजली के जर्जर तार बदलने का आश्वासन देकर गए थे लेकिन आज तक समस्या का समाधान हुआ क्या ?नहीं हुआ। वो कहते है कि मैने कई हजार करोड़ रुपयों के विकास कार्य करा दिए लेकिन आप लोग बताओ कि आपके यहां विकास कार्य हुए तो किसने कराए ?हमनें कराए।  जब चुनाव होता है तो ये लोगो के पैर पकड़ने के लिए तैयार हो जाते है लेकिन उसके बाद ये आपका ही गला काटने और पीठ में खंजर घोंपने के लिए तैयार रहते हैं और उन्होंने हमारे साथ भी यही किया। जब पांच साल पहले आप लोगों के आशीर्वाद और हमारे सहयोग से जब ये जनप्रतिनिधि बनें तो सबसे पहला विरोध इन्होंने हमारा किया और आज तक करते आ रहें है।

 हमें जनता के दिलों से गिराने में जब ये कामयाब नहीं हो पाए तो इन्होंने कुछ महिलाओं को डरा धमका कर और लालच देकर षडयंत्र रचा और मनोज धामा एंव उनके साथियों पर झूठा मुकदमा लिखवाकर उनकी लोकप्रियता को कम करने की नाकाम कोशिश की। लेकिन जब ये उसमें भी कामयाब नहीं हो पाए तो हमारे ऊपर ना जाने कितने झूठे आरोप लगाए और मनोज धामा को भ्रष्टाचारी और चरित्रहीन साबित करने की कोशिश की। लेकिन ये लोनी की जनता सब जानती है कि मनोज धामा वो नाम है जो लोगों की जुबान पर नहीं बल्कि लोनी के दिल में बसता है और उसी का परिणाम है कि आज इतनी विशाल संख्या में आकर आपने यह साबित कर दिया है। उन्होंने सभी से प्रेशर कूकर पर अधिक से अधिक वोट डालने की अपील करते हुए सभी का धन्यवाद किया।

भावुक होकर दिखाया विराट रूप

संबोधन के दौरान रंजीता धामा ने मनोज धामा के जेल जाने को लेकर जहां नम आंखों से लोगों के दिलों को छुआ, वहीं उन्होंने कहा कि मेरी शादी के समय मैंने पूरी पवित्रता के साथ जो मंगलसूत्र पहना था वो भौतिक रूप से तो मेरे गले में पड़ा हुआ है लेकिन वास्तविक रूप से जेल की चारदीवारी के भीतर गिरवी रखा हुआ। मनोज धामा के साथ जेल गए दीपक धामा व शोभित मलिक के परिवार का दर्द भी रंजीता धामा ने खुले मंच से साझा किया। खुद को संभालते हुए रंजीता धामा ने अपने कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि जब तक मैं खुद और अन्य परिवारों के साथ हुए अत्याचारों का बदला नहीं ले लूंगी ,जब तक चैन से नहीं बैठूंगी फिर चाहे इसके लए मुझे कुछ भी करना पड़े। रंजीता धामा ने यह भी कहा कि जो लोनी की प्रथम नागरिक का सम्मान नहीं कर सकते वो आपका क्या सम्मान करेंगे। उन्होंने सिर्फ मुकदमों की राजनीति की है और हमने विकास की। अगर आपको यह फर्क दिखाई दे तो हमें वोट जरूर करना और आपका आशीर्वाद लेकर ये नारी इन सब पर भारी पड़ेगी और असुरों को उनकी असली जगह जरूर पहुंचाएगी।

मनोज धामा की बेटियों और मां   ने भी जमकर साधा निशाना

जनसभा को मनोज धामा की माता ने भी संबोधित किया और विपक्षियों पर निशाना साधते हुए कहा कि पांच साल पहले मेरे घर आकर इस व्यक्ति ने जिस मां पैर छूकर आशीर्वाद लिया ,आज उसी की परवरिश पर उंगली उठाकर इसने मेरे साथ साथ लोनी की अनेकों माओं की ममता से खिलवाड़ करने का कार्य किया है ,जिसके चलते ईश्वर भी इसे कभी माफ नहीं करेगा और इसे नरक में भी जगह नहीं मिलेगी। मेरी तरह कई अन्य माताओं से इसने उनकी औलाद को दूर करने का काम किया है। उन सभी माताओं का श्राप इसे यहीं भोगना पड़ेगा। वहीं रंजीता मनोज धामा की बेटियों रितिका व मुस्कान धामा ने भी जनसभा को संबोधित किया और कहा कि आज जिस व्यक्ति ने लोनी के लोगों को जाति धर्म के नाम पर बांटने का कार्य किया है , जिसने लोनी में नफरत फैलाने का कार्य किया है ,भाई से भाई को लड़ाने का काम किया है।आज आपके बीच एक बार फिर वोट मांगने आया है लेकिन इस बार आपको उसे वोट नहीं बल्कि चोट देनी है और उनके अहंकार को चकनाचूर करना है। साथ ही उनकी बेटियों ने यह भी कहा कि वो हमारे आंसुओं को झूठा बताते है तो मैं उनसे कहना चाहती हूँ कि हमारी स्थिति में खुद को रखें और फिर अपनी माता पिता और बच्चों से पूछे की क्या कोई परिवार बनावटी आंसू भी निकाल सकता है या जो दर्द उनके दिलों में होता है वो आंसू बनकर बाहर निकलता है।

लोकदल और अन्य संगठनों ने दिया समर्थन

जनसभा के दौरान रंजीता धामा को लोकदल के पदाधिकारीयों ,डीएलएफ के कई सामाजिक व नागरिक संगठनों, युवा जाट एकता मंच, छठ घाट पूजा समिति, भारतीय वैष्णव ब्राह्मण संघ, वीर बैरागी सेना, कश्यप निषाद संघ, पाल बघेल समाज आदि समेत दर्जनों सामाजिक एंव राजनेतिक इकाइयों ने अपना समर्थन दिया।  

लोनी में अली और बजरंगबली साथ रहेंगे

वहीं कई अन्य वक्ताओं ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पूर्व के जनप्रतिनिधि अपने उल्टे सीधे बयानो के माध्यम से नफरत की राजनीति करना चाहते है लेकिन इस बार वे कामयाब नहीं हो पाएंगें। लोनी में उल्टे सीधे बयान देने से पहले उन्हें सोचना चाहिए और इतिहास पढ़ना चाहिए कि इस देश दुनिया के लिए अली ने क्या किया और बजरंगबली ने क्या किया। लोनी में अली भी रहेंगे और बजरंगबली भी रहेंगे लेकिन जो इस तरह की नफरत फैलाने का काम करेगा वो लोनी से खदेड़ा जाएगा। जनसभा को सतपाल शर्मा ,बबलू खलीफा ,मनीष ठाकुर ,अमित तोमर ,सुनील बालियान ,मोनू गुरुजी ,बिल्लू अल्वी ,सोहनपाल कँडेरा ,करन सिंह गुर्जर ,डॉ मिथिलेश ,सुनील प्रधान ,पूरन सिंह कश्यप समेत दर्जनों वक्ताओं ने संबोधित किया एंव हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे।

कम पड़ी कुर्सियां तो जमीन पर बैठ गए लोग

जनसभा के लिए रंजीता धामा की तरफ से जितनी कुर्सियों की अनुमति प्रशासन से ली गई थी ,उससे कई गुना भीड़ कार्यक्रम में रंजीता धामा के समर्थन में पहुंच गई। जब लोगो को बैठने के लिए कुर्सिया कम पड़ गई तो लोग ज़मीन पर बैठकर और कार्यक्रम स्थल के चारों तरफ खड़े होकर रंजीता मनोज धामा जिंदाबाद के नारे लगाने लगे। वहीं सैकड़ों लोगो ने अपनी छत से कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

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