विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा- सपा सैनिकों की ताकत को तोलेंगे
भाजपा का पउप्र बूथ अध्यक्ष सम्मेलन मेरठ में
लखनऊ सपा कार्यालय में होगी सपा संगठनों की समीक्षा
अशोक ओझा,
नयी दिल्ली। 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए दलीय सेनाओं को तैयार करने का समय नजदीक आ गया है। कोई भी दल किसी प्रकार की चूक करने को तैयार नहीं है। यहीं कारण है कि शनिवार को भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अपनी- अपनी सेनाओं की ताकत को परखने का काम करेंगे।
सभी अस्त्र- शस्त्र से सभी दलों खासकर भाजपा एवं सपा की सेनाएं तैयार होने लगी है। लेकिन चुनावी युद्ध से पहले दोनों सेनाओं के सेनापति अपने अपने सैनिकों को युद्ध से पहले रणनीति समझाने के प्रयास में जुट गये हैं। इसके साथ ही कील कांटे दुरुस्त करने का समय भी आ गया है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा शनिवार को इसी क्रम में मेरठ में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बूथ अध्यक्षों के सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इस दौरान बूथ अध्यक्षों की ताकत की परीक्षा भी होगी कि बूथ अध्यक्ष रूपी सेना चुनाव के लिए कितनी तैयार है। जहां कमी पाई जायेगी उन बूथ अध्यक्षों के साथ ही मंडल अध्यक्ष एवं साथ ही उनसे भी बड़े पदाधिकारी सीधे संगठन की हिट लिस्ट में आ जायेंगे।
भाजपा के लिए बूथ अध्यक्ष सबसे महत्वपूर्ण पद है। बूथ जीतने पर ही सीट जीतने की नींव पड़ेगी। शनिवार के बूथ अध्यक्ष सम्मेलन में 30 हजार से ज्यादा बूथ अध्यक्षों को मिलाकर करीब 40 हजार कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह भी सम्मेलन में मौजूद रहेंगे।
दूसरी तरफ सपा अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी शनिवार को ही प्रदेशभर के संगठन की समीक्षा करेंगे। उन्होंने पार्टी कार्यालय में ही जिला व महानगर अध्यक्षों की बैठक बुलाई हुई है। इस दौरान संगठन की समीक्षा करने के साथ ही जिलों में चल रही चुनावी तैयारियों की जिलेवार समीक्षा करेंगे। इतना ही नहीं बैठक में चुनावों को लेकर दिशा निर्देश भी दिये जायेंगे। संगठन में जहां कमी पाई जायेगी उन अध्यक्षों के ऊपर गाज भी गिर सकती है। इस दौरान प्रदेश के प्रमुख पदाधिकारी भी मौजूद रहेंगे।