चोरी हुए 200, बरामद 12, उनमें से भी नौ दिल्ली पुलिस ले गई
गाजियाबाद पुलिस का भी लगता है कि भगवान ही मालिक है। पिछले दिनों नवयुग मार्किट से दो सौ से ज्यादा मोबाइल चोरी हुए। हाकिमों ने इनमें से 12 बरामद कर वाहवाही लूटी। लेकिन उसका क्या करें इनमें से नौ दिल्ली पुलिस ले गई। दरबारी लाल को पता चला कि ये नौ मोबाइल रोहिणी से चोरी हुए थे। अब हाकिमों की आगे की सुनो। मेवाती गैंग का नाम तो लिया जाता है। लेकिन वहां पर छापा मारने की हिम्मत नहीं। छोटे कप्तान वह भी शहरी का ऊपर से तुर्रा यह कि वहां भाजपा की सरकार नहीं है। इस पर हंसी आती है। अब इन्हें कौन बताये नूंह और मेवात हरियाणा का हिस्सा है। लेकिन अपनी बला टालने का कोई तो बहाना चाहिये।
बच के रहना रे बाबा...
देश की सबसे बड़ी पार्टी में इस समय अंदर खाने घमासान मचा है। कभी किसी की आॅडियो वायरल हो रही है तो कभी किसी की वीडियो वायरल हो रही है और इन सब से फजीहत हो रही है संगठन की और नंगा हो रहा है पार्टी नेताओं का चेहरा। दरअसल त्यागी बिरादरी के दो सूरमाओं के बीच में जंग छिड़ी है, जो एक दूसरे को नीचा दिखाने के लिए सारे हथकंडे अपना रहे हैं। लेकिन वह यह भूल बैठे हैं कि इससे नुकसान उनका व्यक्तिगत भी है। अब देखना यह है कि पार्टी इसे कितनी गंभीरता से लेती है। लेकिन फिलहाल पार्टी के नहीं, बल्कि गैर दलों के नेता भी आॅडियो- वीडियो बम को चटकारे लेकर देख व सुन रहे हैं। इन धमाकों के बीच दरबारी लाल के कान में यह बात पड़ी है कि भाई, अब फोन और किसी के सामने कोई भी बात करने से पहले हजार बार सोच लो, कहीं ऐसा ना हो अगला नंबर आपका हो।
हमारे यहां जिसे नेताजी कहे…
हमारे यहां जिसे नेताजी कहें उसे ही हम फाइनल कर देंगे… यह बातें विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी को लेकर नल वाली पार्टी के महानगर के नेता ने कही। बातचीत के दौरान जब उनसे कहा गया कि विधानसभा चुनाव के लिए पैनल में आप किसका नाम भेजेंगे तो महानगर के नेता ने कह दिया हमारे यहां तो सब नेताजी फाइनल करेंगे जिसके लिए निर्देश देंगे हम उसे ही पैनल में डालकर फाइनल कर देंगे। जब सब कुछ पार्टी के वरिष्ठ नेता ने ही करना है तो महानगर और जिले के संगठनों की क्या आवश्यकता है और यह संगठन केवल नाम मात्र के हैं या फिर इनकी राय चुनाव के दौरान ली भी जाती है या फिर सब कुछ नेताजी के ही भरोसे है।